सऊदी अरब में प्रिंस ने अपने चाचा को गिरफ़्तार किया, सत्ता पर पकड़ और मज़बूत

सऊदी अरब में शाही परिवार के तीन वरिष्ठ सदस्यों को गिरफ़्तार कर लिया गया है. यह क्राउन प्रिंस मोहम्मन बिन सलमान द्वारा सत्ता पर अपनी पकड़ मज़बूत बनाये जाने का संकेत है. सलमान सऊदी अरब में सम्राट की गद्दी के उत्तराधिकारी हैं. वे अपने विरोधियों को पहले भी जेल में डलवा चुके हैं.

गिरफ़्तार किए गए लोगों में सऊदी किंग के भाई भी शामिल हैं और फ़िलहाल गिरफ़्तारी की वजह नहीं बताई है. लेकिन मीडिया में कुछ खबरों के मुताबिक़ गिरफ़्तार किए गये लोग शायद सलमान के विरुद्ध थे. कुछ मीडिया संस्थानो के अनुसार ये लोग किसी तरह की तख्ता पलट साज़िश में भी शामिल थे हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है.

फ़िलहाल सऊदी में शाह सलमान सम्राट हैं और मोहम्मद बिन सलमान उनके पुत्र हैं. सलमान के सामने इस वक्त अपने पिता से सत्ता के हस्तांतरण की अहम चुनौती है. राजमहल के कई सदस्य देश की सत्ता में अपनी भागीदारी चाहते हैं. सलमान धीरे धीरे अपने विरोधियों को सत्ता के रास्ते से हटा रहे हैं.

गिरफ़्तार लोगों में सऊदी किंग के छोटे भाई प्रिंस अहमद बिन अब्देलअज़ीज़, पूर्व क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन नाएफ़ और शाही परिवार के सदस्य प्रिंस नवाब बिन नाएफ़ हैं.

गिरफ़्तार किये गये अहमद बिल अब्दुल अजीज अल सौद 70 साल के हैं. प्रिंस अहमद बिल अब्दुल अजीज लंदन में रहते थे. लंदन में रहते हुए उन्होंने राज परिवार के खिलाफ भी बातें की थी. साल 2018 में वे सऊदी अरब लौट आये थे और राज परिवार ने उनका भव्य स्वागत किया था.

हालाँकि प्रिंस सलमान की छवि एक विवादास्पद नेता की रही है. वे इस्तांबुल दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना का सामना कर चुके हैं. ये हत्या अक्टूबर 2018 में हुई थी. सऊदी आधिकारिक रूप से इनकार कर रहा है कि इस हत्या में क्राउन प्रिंस का कोई हाथ था.

प्रिंस सलमान के हाथों में गृह मंत्रालय, नेशनल गार्ड और रक्षा मंत्रालय हैं. वे रॉयल कोर्ट के भी प्रमुख हैं. इसके साथ ही आर्थिक नीतियों को भी सलमान ही संचालित करते हैं. हालांकि सऊदी अरब के बारे में कहा जाता है राजा तो सलमान के पिता हैं, लेकिन मुल्क पूरी तरह से सलमान के ही हाथों में है.