जीवन भर के लिए रूस के राष्ट्रपति बने रह सकते हैं व्लादिमीर पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जीवन भर के लिए अपने पद पर बने रहने के बेहद क़रीब हैं. रूस की संसद के निचले सदन में 27 साल पुराने संविधान को बदलने का प्रस्ताव लाया गया है. अगर यह प्रस्ताव पारित होता है तो पुतिन 2036 तक रूस के राष्ट्रपति बने रह पाएंगे. पुतिन का कार्यकाल 2024 में समाप्त हो रहा है.

अभी रूस के संविधान के मुताबिक कोई भी शख्स लगातार दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति के पद पर नहीं रह सकता है. पुतिन 2012 से राष्ट्रपति हैं. वे 2018 में दुबारा इस पद पर चुने गए थे. रूस में राष्ट्रपति पद का कार्यकाल छः साल के लिए है. इस हिसाब से पुतिन का कार्यकाल 2024 में ख़त्म हो रहा है और वे 2024 के बाद राष्ट्रपति नहीं रहेंगे. अब पुतिन संविधान में संशोधन कर 2024 के बाद भी 12 साल राष्ट्रपति के पद पर बने रहना चाहते हैं.

हालाँकि पुतिन साल 1999 से 2008 तक भी राष्ट्रपति पद पर रह चुके हैं. इसके बाद पुतिन अपने करीबी मेददेव राष्ट्रपति बना दिया था, उस वक्त पुतिन प्रधानमंत्री बन गए थे और वास्तव में सरकार वे ही चला रहे थे. मेदवेदेव के राष्ट्रपति रहते हुए पुतिन ने राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल कर दिया था और 2012 में पुतिन स्वयं राष्ट्रपति बन गए.

सम्विधान में संशोधन का यह प्रस्ताव रूसी संसद ड्यूमा में लाया गया है. ड्यूमा में पुतिन की पार्टी यूनाइटेड रशिया का वर्चस्व है और ऐसे में इस प्रस्ताव के पारित होने की सम्भावना है.

67 वर्षीय पुतिन रूस की ख़ुफ़िया एजंसी केजीबी के प्रमुख रह चुके हैं. सोवियत तानाशाह जोसफ स्टालिन के बाद वह रूस का सर्वाधिक लंबे समय तक नेतृत्व संभालने वाले नेता बन गए हैं.