स्पेन में लोग लाशों के बीच रहने को मजबूर, स्थिति से निबटने को सेना उतारी गई

कोरोना से दुनिया भर में हाहाकार मचा हुआ है. इस वायरस से मरने वालों की तादाद इस कदर बढ़ रही है कि दुनिया भर से डरावनी खबरें आ रही हैं. खबरों के मुताबिक स्पेन के कुछ रिटायर्ड होम्स में मृतकों की लाशें पड़ी हुई हैं. रिटायरर्ड होम्स वे घर हैं जहाँ वृद्ध लोग स्वेछा से रहते हैं. स्पेन की मीडिया में ऐसी खबरें आई थी की इन घरों में लोग लाशों के साथ रहने को मजबूर हैं. इस बीच सेना को ये ज़िम्मेदारी दी गई है कि वो ऐसे घरों से लाशों को सही जगह पर पहुँचाये।

इस बीच स्पेन की सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और ऐसे रिटायर्ड होम्स पर कार्यवाही करने की तैयारी भी की है. सेना को रिटायर्ड होम्स को संक्रमणमुक्त बनाने में मदद का जिम्मा सौंपा गया है. स्पेन में 13 मार्च से ही पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है.

स्पेन में अब तक 42,058 का कोरोना से संक्रमित हुए हैं जिनमे से 2,991लोग अपनी जान गवां चुके हैं. मरने वालों में अधिकार लोग 70 से 80 वर्ष के लोग हैं. अकेले स्पेन की राजधानी मेड्रिड में 1,535 लोग इस संक्रमण से मारे जा चुके हैं. हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते मैड्रिड के पैलेसियो डे हीलो, या आइस पैलेस मॉल के भीतर आइस रिंक को अस्थायी मुर्दाघर में तब्दील कर दिया गया है. CNN की खबर के मुताबिक मेड्रिड की म्युनिसिपालिटी ने कोरोना से मरने वाले लोगों के शव लेने से इंकार कर दिया है, उनका कहना है कि कर्मचारियों के पास कोरोना से लड़ने के सुरक्षित साधन नहीं हैं.