चीन में बिकता मांस है कोरोना की वजह, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने की रोक की माँग

कोरोना की वजह से दुनिया भर में हाहाकार मचा हुआ है. अब तक की जानकारी के अनुसार यह वायरस सबसे पहले चीन के वुहान में पाया गया और वहाँ से यह इंसानो में आया. ऐसा माना जाता है कि चीन के मीट बाज़ार इस वायरस के लिए ज़िम्मेदार हैं.

चीन में एक प्रांत है वुहान जहां एक शहर है हुआनान. हुआनान में मांस की एक बहुत बड़ी मंडी है जिसे सी फ़ूड बाज़ार के नाम से जाना जाता है. इस जगह पर चिकन, बीफ़, मछली और सुवर के अलावा कई जंगली जानवरों का मांस भी मिलता है. यहाँ पर अवैध रूप से कई ऐसे जानवरों का मांस मिलता है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने लुप्त होने वाले जीवों की सूची में रखा है. चीन में वैसे भी लोग कई तरह का मांस खाते हैं. एक अनुमान के मुताबिक़ इस सी-फूड बाजार में लोमड़ी, मगरमच्छ, पैंगोलिन, भेड़िया, सांप, चूहे, मोर, साही और ऊंट सहित 112 जीवों का मांस बिकता है.

विशेषज्ञों का यह मानना है कि कोरोना वायरस को फैलाने में पैंगोलिन संभावित माध्यम है. यह वायरस चमगादड़ से पैंगोलिन में आया और इनसे इंसानों में गया. पैंगोलिन एक स्तनधारी जीव है जिसे चींटीख़ोर के नाम से भी जाना जाता है. पैंगोलिन चींटी, दीमक और कीड़े मौकड़े खाता है. ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक ये दुनिया का सबसे ज़्यादा तस्करी किया जाना वाला जानवर बन चुका है. चीन और वियतनाम में दवाएं बनाने और मांस के लिए इनकी बहुत मांग है. चीन में पैंगोलिन बेचते पाए जाने पर 10 साल की सजा का प्रावधान है. फिर भी हर साल चीन में हजारों पैंगोलिन का शिकार होता है. अमीरों में इसके मांस खाने का बड़ा प्रचलन है.

कोरोना की वजह से दुनिया भर से चीन के मांस बाज़ार के ख़िलाफ़ आवाज़ें आनी शुरू हो गयी हैं. अब आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने चीन के मांस बाज़ार के ख़िलाफ़ खुलकर बोला है. बीबीसी के अनुसार आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि चीन के मांस बाज़ार बाक़ी दुनिया और लोगों की सेहत के लिए ‘गंभीर ख़तरा’ हैं. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने 2जीबी रेडियो स्टेशन पर एक इंटरव्यू में कहा, “वेट बाज़ार चाहे जहां भी हों, वो गंभीर ख़तरा हैं. ये वायरस चीन में उपजा और वहां से होते हुए पूरी दुनिया में फैल गया. हम सबको ये पता है. मुझे लगता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को इस बारे में कुछ करना चाहिए क्योंकि ये दुनिया भर के लोगों की सेहत का सवाल है. अभी जो पैसे खर्च हो रहे हैं वो संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ से ही तो आ रहे हैं.”

चीन में सांस्कृतिक रूप से अलग अलग जीवों का मांस खाने का प्रचलन रहा है. इस वजह से चीन में जीवों से होने वाली बीमारियों की खबरें आती रही हैं. कुछ दिनों पहले चीन के एक शहर में कुत्तों और बिल्लियों के मांस खाना भी बैन कर दिया है.