कनाडा को N95 मास्क नहीं भेजेगा अमेरिका, कनाडा में रोष

अमेरिका द्वारा N95 मास्क के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर कनाडा में विवाद हो गया है. कनाडा में कई नेता इसे अमेरिका द्वारा लिया गया “अमानवीय” और “अपमानजनक” फ़ैसला बता रहे हैं. वहीं कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि वो इस फ़ैसले के बदले में अमेरिका के ख़िलाफ़ कोई कदम नहीं उठाएँगे. कनाडा में इस फ़ैसले को लेकर रोष है. लोगों का कहना है कि ज़रूरी स्वास्थ्य उपकरणों पर इस तरह का प्रतिबंध अमेरिका के स्वार्थी रवैये को दर्शाता है.

कनाडा के राज्यों से भी विरोध के स्वर आने लगे हैं. आंटेरीओ राज्य के प्रीमियर डग फ़ोर्ड ने कहा है कि अमेरिका के इस कदम से वे बेहद निराश हैं. वहीं एल्बर्टा राज्य के प्रीमियर जेसन केनेडी ने कहा है कि ट्रम्प के इस फ़ैसले से वे अपमानित महसूस कर रहे हैं.

बता दें कि ट्रम्प प्रशासन ने N95 मास्क के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. मास्क बनाने वाली कम्पनी 3M ने कहा है कि उन्हें व्हाइट हाउस का आदेश है कि यह मास्क केवल अमेरिका में ही बेचे जाएँ. CBC की खबर के अनुसार कम्पनी ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी प्रशासन के इस फ़ैसले से कनाडा और लैटिन अमेरिकी देशों में स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है.

कोरोना के चलते राष्ट्रपति ट्रम्प ने डिफ़ेंस प्रटेक्शन एक्ट DPA लागू कर दिया है. इस एक्ट के चलते ट्रम्प अमेरिकी कम्पनियों के उत्पादन को नियंत्रित कर सकते हैं. आमतौर पर राष्ट्रीय या आंतरिक सुरक्षा की स्थिति में अमेरिकी राष्ट्रपति इस एक्ट का इस्तेमाल करते हैं.

इस मास्क को N95 मास्क कहा जाता है क्योंकि ये हवा में मौजूद बैकटेरिया, प्रदूषण के कण और वायरसों को 95 प्रतिशत तक रोक सकता है. कोरोना के चलते दुनिया भर में स्वस्थ्यकर्मी इस तरह के मास्क की कमी से जूझ रहे हैं. अमेरिका कनाडा का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है.