कोरोना : इस शहर में गलियों में पड़ी हैं लाशें, बेबस दिख रही है सरकार

कोरोना से हो रही मौतों से इक्वाडोर में भयानक स्थिति उत्पन्न हो गयी है. यहाँ मरे हुए लोगों की लाशों को उठाने के लिए भी सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है. बीबीसी के अनुसार स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने घरों से शवों को लाकर उनका अंतिम संस्कार करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया है.

सबसे बुरी हालत ग्वायाक्विल शहर की है जो ग्वायस प्रांत की राजधानी है. इक्वाडोर में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों का 70 फ़ीसदी यहीं से है. सोशल मीडिया पर लोगों ने तस्वीरें शेयर की थीं जिनमें गलियों में लोगों की लाशें पड़ी दिखाई दी हैं. कोरोना संक्रमण को लेकर खौफ ऐसा है कि लोग शवों के पास नहीं जा रहे. गलियों में पड़े शवों को लेकर उपराष्ट्रपति ओटो सोनेनहोल्जनर ने जनता से माफी मांगी है.

फ़िलहाल शहर की स्थिति भयावह है. अस्‍पतालों में बीमार मरीजों के लिए बेड नहीं है और और कब्रिस्‍तान लाशों के ढेर से दबे हुए हैं. CNN के अनुसार कोरोना से मारे गए लोगों का सही अंदाज़ा लगाना अभी मुश्किल है. अस्पतालों में बढ़ती भीड़ की वजह से कई लोग अपने प्रियजनों को अस्पताल भी नहीं के जा पा रहे हैं. अंतिम संस्कार की व्यस्था न हो पाने की वजह से कई शव घरों के बाहर ही ताबूतों में पड़े हैं यही नहीं कई शव लोगों के बिस्तरों में ही पड़े हैं. गलियों में दुर्गंध भी महसूस की जा सकती है.

शहर के मेयर ने सरकार पर मदद न करने का आरोप लगाया है. मेयर सिंटिआ विटेरी ख़ुद कोरोना पोज़िटिव पाए जाने के बाद सेल्फ़ आइसोलेशन में हैं. लोगों का मानना है कि इक्वाडोर की स्वास्थ्य व्यवस्था इस संकट के आगे पस्त हो चुकी है.

इक्वाडोर ने ऐसी त्रासदी पहले कभी नहीं देखी. लैटिन अमरीका में ब्राज़ील और चिली के बाद इक्वाडोर तीसरा ऐसा देश है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं. लेकिन यहां मरने वालों की दर ब्राजील और चिली से भी ज्यादा है.