कोरोना की वजह से दुनिया जा रही है सबसे बड़ी आर्थिक मंदी की तरफ़ : विश्व मुद्रा कोष
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि हो सकता है कि दुनिया इतिहास की सबसे बड़ी मंदी का सामना करे. इसका कारण कोरोना वायरस की वजह से दुनिया भर में चल रहा लॉकडाउन है.मुद्रा कोष की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलिना जॉर्जिवा ने कहा कि कोरोना के चलते इस वर्ष 170 से ज्यादा देशों की प्रति व्यक्ति आय में नकारात्मक वृद्धि होने की आशंका है.
वहीं विश्व व्यापार संगठन (WTO) के प्रमुख रोबर्टों ऐजेवेदो ने कहा कि कोरोना के कारण दुनिया भीषण आर्थिक मंदी की चपेट में आ सकती है. उन्होंने कहा कि यह मंदी ऐसी होगी जिसे अब तक दुनियाँ ने पहले नहीं देखा. WTO के अनुसार दुनिया भर के व्यापार में 2020 में एक तिहाई तक की गिरावट आने की आशंका है. इसका सीधा असर नौकरियों और शेयर बाज़ार पर पड़ेगा.
दुनिया के अन्य बड़े बैंकों ने भी भारी आर्थिक मंदी की तरफ़ इशारा किया है. एसा अनुमान है कि इस मंदी से उबरने में दुनिया को एक साल या उससे अधिक भी लग सकता है.
आर्थिक मंदी का असर लगभग सभी क्षेत्रों में पड़ रहा है. दुनिया भर में माँग में भारी कमी देखी गई है. वहीं कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नौकरियाँ गई हैं. एयरलाईन्स, होटेल, मनोरंजन, रिटेल, इंस्श्योरेंस और औटोमोबाइल कुछ ऐसे सेक्टर हैं जहां इसका बड़ा असर पड़ा है. आर्थिक मंदी की वजह से नौकरियों में भारी कमी आने की सम्भावना है. वहीं कई छोटे और मझोले व्यापारी बाज़ार से बाहर हो सकते हैं.