ब्राज़ील बना दूसरा सबसे बड़ा संक्रमित देश, बेपरवाह हैं राष्ट्रपति

ब्राज़ील में कोरोना के मामलों में भारी तेज़ी देखने को मिल रही है. बढ़ते मामलों के चलते पूरे देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. ब्राज़ील दुनिया भर में कोविड-19 के सबसे ज़्यादा मामलों के लिहाज से दूसरे पायदान पर है. जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक़, ब्राज़ील के क़रीब तीन लाख, 30 हज़ार से ज़्यादा लोग संक्रमित हैं. ऐसा अनुमान है कि ब्राज़ील संख्या के लिहाज़ से अमरीका को पीछे छोड़ सकता है.

आधिकारिक आँकड़ो में मृतकों की संख्या 21 हज़ार है लेकिन कई लोगों का मानना है कि वास्तविक संख्या इससे भी कहीं अधिक है. यहां हालात इतने खराब हैं कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति का शव 30 घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा, लेकिन उसे उठाने कोई नहीं आया.

राष्ट्रपति बोल्सोनारो हैं वजह ?

ब्राज़ील और दुनिया भर में ब्राज़ील के दक्षिणपंथी राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो और उनके समर्थकों की आलोचना हो रही है. आरोप है कि बोल्सोनारो ने कोविड को शुरुआत में गम्भीरता से नहीं लिया. उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन और फ़ेक न्यूज़ के ज़रिए सोशल डिसटेंसिंग के नियमों का पालन न करने की धारणा फैलायी. स्वयं बोल्सोनारो लॉकडाउन विरोधी प्रदर्शनों में शामिल रहे हैं. ट्विटर और फ़ेसबुक तक ने राष्ट्रपति की कुछ पोस्ट्स को फ़ेक न्यूज़ बताकर हटा दिया था.

शुरुआत में राष्ट्रपति ने कोरोना को एक मामूली बुख़ार बताया था. बाद में उनके विवादित बयान सामने आने लगे. एक बयान में उन्होंने कहा कि “मेरी तरह एथलीट रहे लोगों को वायरस की चपेट में आने पर भी कुछ नहीं होगा, अगर बहुत ख़राब स्थिति हुई तो मामूली बुख़ार महसूस होगा.”

राष्ट्रपति से मतभेदों की वजह से संकट शुरू होने के बाद देश के दो स्वास्थ्य मंत्री पद छोड़ चुके हैं. वहीं राष्ट्रपति लोगों से मिल रहे हैं, हाथ मिला रहे हैं और अपनी तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं.

अब आलम यह है कि लोग सामाजिक दूरी के नियमों को मान नहीं रहे हैं, वे मास्क पहनने से इनकार कर रहे हैं. ये लोग भीड़भाड़ में हिस्सा ले रहे हैं.