अमेरिका भर में हिंसक प्रदर्शन, कई शहरों में कर्फ़्यू, ट्रम्प ने प्रदर्शनकारी संगठन को आतंकवादी घोषित किया

अमेरिका में एक निहत्थे काले व्यक्ति जॉर्ज फ़्लोयड की एक गोरे पुलिसकर्मी द्वारा सरेआम हत्या किए जाने के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शन अब समूचे देश में फैल गए हैं. कई स्थानों से हिंसा, आगज़नी और तोड़फोड़ की खबरें आ रही हैं. CNN के अनुसार अमरीक के 16 राज्यों के लगभग 25 शहरों में कर्फ़्यू लगाया गया है.

यह घटना मिनेपोलिस शहर में हुई जहां एक गोरे पुलिस अधिकारी ने जॉर्ज फ़्लॉयड नाम के एक निहत्थे काले व्यक्ति को गिरफ़्तार करते समय उनकी गर्दन पर घुटना टेककर उन्हें लगभग आठ मिनट तक दबाया जिससे जार्ज को साँस लेने में दिक़्क़त होने लगी, बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ उनकी मौत हो गयी.

लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जिससे पूरे अमेरिका में आक्रोश फैल गया. वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि जार्ज बार बार पुलिस से मिन्नतें कर रहे हैं कि उन्हें साँस लेने में दिक़्क़त हो रही है लेकिन पुलिसकर्मी उनको लगातार दबाए रख रहा है. जिस पुलिसकर्मी ने जार्ज की गर्दन दबाई थी अभी तक सिर्फ़ उस पर ग़ैर इदातन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. वीडियो में तीन और पुलिसकर्मी नज़र आ रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की माँग है कि हत्या में शामिल सभी पुलिसकर्मीयों पर हत्या का मुक़दमा चलाया जाना चाहिए. इस घटना के बाद से अमेरिका में एक बार फिर श्वेत राष्ट्रवाद और नस्लवाद की बहस चल पड़ी है.

हत्या के विरोध में हो रहे प्रदर्शन पूरे अमेरिका में फैल गए हैं और सैकड़ों लोग गिरफ़्तार किए गए हैं. वहीं राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई करने वाले संगठनों में से एक “ऐनटिफा” (Antifa) को आंतकवादी संगठन कहा है”. ट्रम्प ने एक ट्वीट कर कहा “संयुक्त राज्य अमेरिका Antifa को एक आंतकवादी संगठन मानेगा”.

एंटीफ़ा यानी एंटी फ़ासिस्ट – अमेरिका में फ़ासिवाद और नस्लवाद विरोधी एक वामपंथी संगठन है. यह संगठन डॉनल्ड ट्रम्प का विरोधी है और पहले भी ट्रम्प का समर्थन करने वाले “श्वेत राष्ट्रवादियों” से इनकी झड़पें होती रही हैं.

एंटिफ़ा और डॉनल्ड ट्रम्प एक दूसरे के धुर आलोचक हैं. हालाँकि ट्रम्प ने एंटिफा को आतंकवादी संगठन घोषित करने की बाद कही है लेकिन सम्विधान विशेषज्ञों का कहना है कि एसा करना ट्रम्प के लिए आसान नहीं होगा.