अमेरिका में अशांति, कई स्थानों पर लूटपाट और आगज़नी, ट्रम्प बुलाएँगे सेना
अमेरिका में विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. सोमवार को राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वो प्रदर्शन करने वाली भीड़ पर सेना कि इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके बाद अमेरिका भर में विरोध प्रदर्शन और बढ़ गए हैं. व्हाइट हाउस के बाहर भीड़ पर आँसू गैस और रबड़ की गोलियाँ चलायी गई हैं.
भीड़ ने जगह जगह तोड़फोड़ की है. कई स्थानों से आगज़नी और दुकानों से लूटपाट की खबरें आयी हैं. CNN ने लोगों द्वारा न्यूयार्क में नोर्डस्टॉर्म स्टोर में की जा रही तोड़फोड़ और समान लूटने की वीडियो फ़ुटेज प्रसारित की हैं. अमेरिका के कई शहर अभी कर्फ़्यू में हैं. अमरीका में घरेलू आपात स्थिति से निपटने के लिए रिज़र्व मिलिटरी द नेशनल गार्ड के मुताबिक़ उसके पाँच हज़ार जवान वॉशिंगटन के अलावा 15 प्रांतों में लगाए गए हैं.
वहीं लोगों में राष्ट्रपति ट्रम्प को लेकर भी भारी ग़ुस्सा है. ट्रम्प अब तक प्रदर्शनो को लेकर बेहद आक्रामक रहे हैं. ट्रम्प ने सभी राज्यों के गवर्नरों से इस विरोध को कुचलने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर सेना को भीड़ से निबटने के लिए सड़कों पर उतारा जा सकता है. कल उन्होंने प्रदर्शनकारियों के एक संगठन को आतंकवादी घोषित करने की बात कही थी. राष्ट्रपति ट्रंप ने हिंसा के लिए वामपंथी कट्टरपंथियों को ज़िम्मेदार ठहराया है. वहीं आलोचकों का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप समाज में विभाजन पैदा कर रहे हैं.
लोगों द्वारा भीड़ में बाहर आने से सोशल डिसटेंसिंग की धज्जियाँ उड़ गई हैं. अमेरिका में पहले से ही कोरोना के दुनिया भर में सबसे ज़्यादा मामले हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों को डर है कि ऐसी रैलियों में बिना लक्षण वाले मरीज दूसरे लोगों में संक्रमण फैला सकते हैं.
क्या है पूरा मामला
एक सप्ताह पूर्व अमेरिका के मिनेपोलिस शहर में एक गोरे पुलिस अधिकारी ने जॉर्ज फ़्लॉयड नाम के एक निहत्थे काले व्यक्ति को गिरफ़्तार करते समय उनकी गर्दन पर घुटना टेककर उन्हें लगभग आठ मिनट तक दबाया जिससे जार्ज को साँस लेने में दिक़्क़त होने लगी, बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ उनकी मौत हो गयी. पुलिस का आरोप है कि जार्ज बीस डालर कि नक़ली नोट इस्तेमाल कर रहे थे.
लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जिससे पूरे अमेरिका में आक्रोश फैल गया. वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि जार्ज बार बार पुलिस से मिन्नतें कर रहे हैं कि उन्हें साँस लेने में दिक़्क़त हो रही है लेकिन पुलिसकर्मी उनको लगातार दबाए रख रहा है. जिस पुलिसकर्मी ने जार्ज की गर्दन दबाई थी अभी तक सिर्फ़ उस पर ग़ैर इदातन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. वीडियो में तीन और पुलिसकर्मी नज़र आ रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की माँग है कि हत्या में शामिल सभी पुलिसकर्मीयों पर हत्या का मुक़दमा चलाया जाना चाहिए. इस घटना के बाद से अमेरिका में एक बार फिर श्वेत राष्ट्रवाद और नस्लवाद की बहस चल पड़ी है.