इथियोपिया में अशांति, प्रदर्शन करने वाले लोगों पर गोली चलाई, नौ लोगों की मौत

इथियोपिया के स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि विपक्षी राजनेता और एक मीडिया हस्ती को रिहा करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुई हैं. जिनमें कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है. ये घटना इथियोपिया के ओरोमा क्षेत्र में हुई है. यहाँ प्रमुख विपक्षी नेता बेकेले गेरबा और मीडिया मुगल जवार मोहम्मद की रिहाई के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा था जो बाद में विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गए. ओरोमो क्षेत्र में प्रधानमंत्री एबी अहमद को समर्थन करने वाले क्षेत्रीय समूहों में अब प्रधानमंत्री के प्रति असंतोष देखा जा सकता है.

गिरफ्तार किये गए लोगों में जवार मोहमद एक समय प्रधानमंत्री एबी के सहयोगी थे लेकिन अब उन्हीं के विरोध में बोलते हैं. वहीँ बेकेले गेरबा विपक्ष के नेता हैं और प्रधानमंत्री के आलोचक हैं. प्रदर्शनकरियों की हत्या को लेकर इथियोपिया के मानवाधिकार आयोग ने प्रतिक्रिया दी है. मानवाधिकार आयोग के बयान में कहा गया है, “ओरोमिया में विरोध प्रदर्शनों के बीच जानमाल के नुकसान से आयोग चिंतित है और सुरक्षा बलों को अत्यधिक बल प्रयोग करने से रोकने के लिए अधिकारियों को कह रहा है”.

इथियोपिया के अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने मंगलवार को हाल की अशांति के लिए सरकार की प्रतिक्रिया का बचाव किया, उन्होंने एक बयान में कहा कि सरकार “मानव अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है”.

बेकेले गेरबा और जवार मोहम्मद दोनों प्रतिष्ठित ओरोमो गायक, हाउकाउ हंडेसा की हत्या के कुछ दिनों बाद गिरफ्तार किए गए थे. हाउकाउ हंडेसा एक प्रसिद्घ इथियोपियाई गायक और सामाजिक कार्यकर्त्ता थे जिनकी जून 2020 को राजधानी अदीस अबाबा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हंडेसा की हत्या के बाद अदीस अबाबा में दंगे भड़क गए. इन दंगों में लगभग दो सौ लोगों की मौत हो गयी. 34 वर्षीय हाउकाउ हंडेसा ओरोमो जातीय समूह की एक शक्तिशाली राजनीतिक आवाज के रूप में उभरे थे, और अपने संगीत कैरियर के दौरान कई दुश्मन बना थे. 2003 में 17 साल की उम्र में, हंडेसा को उनकी राजनीतिक गतिविधियों के लिए पांच साल के लिए जेल में रखा गया था.