अमेरिका में फिर भड़के हिंसक प्रदर्शन, पुलिस द्वारा अश्वेत व्यक्ति को गोली मारने का आरोप
अमेरिका में एक बार फिर से हिंसा भड़क गयी है. वजह भी वही पुरानी है. यहाँ विस्कॉन्सिन प्रान्त के दक्षिणपूर्वी केनोशा शहर में पुलिस ने एक अश्वेत व्यक्ति , 29 वर्षीय जैकब ब्लेक को गोली मारकर घायल कर दिया. खबरों के अनुसार एक घरेलू विवाद को लेकर पुलिस को बुलाया गया था, पर थोड़ी देर बाद पुलिस ने गोली चला दी. गोली चलाने की यह घटना रविवार शाम करीब पांच बजे हुई. किसी ने एक मोबाईल फ़ोन पर इस घटना का वीडियो बना लिया और उसे ऑनलाइन पोस्ट कर दिया. घटना के कुछ घंटों के भीतर सैकड़ों प्रदर्शनकारी घटना स्थल के पास जमा हो गए और इस हिंसा की निंदा करते हुए प्रदर्शन करने लगे. घटना में शामिल पुलिस अधिकारीयों को प्रशासनिक छुट्टी पर भेज दिया गया है.
वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस अधिकारी ने अपनी कार में ब्लेक को रखते उनके पीठ पर कई बार गोलियां चलाई. घटना में ब्लेक निहत्थे और पुलिस के साथ सहयोग करते दिख रहे हैं. गोलीबारी के दौरान एक अश्वेत महिला को सड़क पर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है. पुलिस के अनुसार ब्लेक को मिलवाकी के एक अस्पताल में ले जाया गया. इस घटना में ब्लेक गंभीर रूप से घायल हैं और दोस्तों के हवाले से कहा गया है कि उनकी सर्जरी हो चुकी है, लेकिन वे अभी भी आईसीयू में हैं. ब्लेक के पिता ने मीडिया से कहा कि उनके बेटे के शरीर में अब “आठ छेद” हैं और कमर के नीचे से लकवा मार गया है, हालांकि डॉक्टरों को यह नहीं पता है कि क्या ये लकवा कभी ठीक हो पायेगा. ब्लेक को जब गोली मारी गयी तब उनके तीनों बच्चे एसयूवी की पिछली सीट पर बैठे थे.

घटना के बाद शहर में अशांति देखने को मिली और करीब एक लाख लोग सड़कों पर आ गए. कई इमारतों और कारों में आग लगा दी गई. पुलिस ने लगातार दो दिनों तक केनोशा में विरोध प्रदर्शनों पर कार्रवाई की और आंसू गैस के गोले दागे. लोगों पर साउंड बम का भी इस्तेमाल किया गया. लोहों की मांग थी कि गोलाबारी में शामिल अधिकारियों को गिरफ़्तार किया जाए. विस्कॉन्सिन के गवर्नर टोनी एवर्स ने सुरक्षा के लिए नेशनल गार्ड्स को बुलाया है.
मई महीने के आख़िर में एक अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद पुलिस की हत्याओं और नस्लवाद के खिलाफ यूएस भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. यह घटना मिनेपोलिस शहर में हुई थी जहां एक गोरे पुलिस अधिकारी ने जॉर्ज फ़्लॉयड नाम के एक निहत्थे काले व्यक्ति को गिरफ़्तार करते समय उनकी गर्दन पर घुटना टेककर उन्हें लगभग आठ मिनट तक दबाया जिससे जार्ज को साँस लेने में दिक़्क़त होने लगी, बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ उनकी मौत हो गयी.
अमेरिका में नस्लीय भेदभाव की जड़ें बहुत गहरी हैं. यहाँ पुलिस द्वारा काले लोगों पर हिंसा करने का पुराना इतिहास रहा है. पुलिस हिंसा पर नज़र रखने वाली वेबसाइट mappingpoliceviolence.org के अनुसार साल 2019 में पुलिस द्वारा 1099 लोगों को मारा गया. वेबसाइट के अनुसार इस साल में केवल 27 दिन ऐसे थे जब पुलिस द्वारा कोई हत्या नहीं की गई. साल 2013 से 2019 के बीच पुलिस के हाथों हुई 99 फीसदी हत्याओं के मामले में अधिकारियों पर कोई आरोप नहीं लगाए गए.