अमेरिकी चुनाव में दो भारतीय मूल की महिलाएं आमने सामने, ट्रम्प के समर्थन में उतरीं निकी हेली
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में भारतीय मूल के दो महिलाएं आमने सामने आ गयीं हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा अश्वेत और भारतीय-अमेरिकी महिला कमला हैरिस को उप-राष्ट्रपति पद की दावेदारी दिए जाने के बाद, प्रतिद्वंदी रिपब्लिक पार्टी की भारतीय मूल की नेता निकी हेली खुल कर डॉनल्ड ट्रम्प के समर्थन में आ गयीं हैं. रिपब्लिकन पार्टी के नेशनल कन्वेंशन (RNC) की शुरुआत के मौके पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत और भारतीय-अमेरिकी निकी हेली ने अमेरिकियों से डॉनल्ड ट्रंप को फिर से एक मौका देने का आह्वान किया. निकी हेली ने कहा कि अमेरिका एक नस्लवादी देश नहीं है, और आजकल अमेरिका को “नस्लवादी” कहना एक फैशन हो गया है. साथ ही निकी ने राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडन को भविष्य का कम्युनिस्ट कहा. निकी हेली ने कहा कि वो एक अप्रवासी भारतीय माता पिता की बेटी हैं जिसके पिता पगड़ी पहनते थे. उन्हें कभी भी घृणा और भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा.
निकी हेली को लेकर ऐसी भी चर्चाएं हैं कि उन्हें अगले राष्ट्रपति चुनाव (2024 ) में रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
कौन हैं निकी हेली
निम्रता रंधावा हेली या निकी हेली संयुक्त राष्ट्र (UN) में राजदूत और साउथ कैरोलिना की गवर्नर रह चुकी हैं. तब उनके नाम अमेरिका की सबसे युवा गवर्नर बनाने का रिकॉर्ड था. वह ट्रंप प्रशासन में कैबिनेट रैंक हासिल करने वालीं भारतीय मूल की पहली महिला हैं. साल 2018 में ट्रंप से कुछ मतभेदों के कारण उन्होंने यूएन के राजदूत के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि तब भी उन्होंने साफ किया था कि वे ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार करेंगी.

हेली का जन्म अमेरिका के बमबर्ग, दक्षिण कैरोलिना में 20 जनवरी 1972 को एक भारतीय सिख परिवार में हुआ था. हेली के पिता सरदार अजीत सिंह रंधावा और मां राज कौर रंधावा पंजाब के अमृतसर से अमेरिका जाकर वहां बस गए थे. हेली के पिता पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे, और उनकी माँ ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की थी. कनाडा की ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति मिलने पर हेली के पिता अपने परिवार के साथ कनाडा आ गए. वहां से 1969 में पीएचडी करने के बाद एक प्रोफेसर की नौकरी का प्रस्ताव मिलने पर वे परिवार सहित अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना चले गए. यहीं 20 जनवरी 1972 को हेली का जन्म हुआ.
अमेरिका में उनकी मां, राज रंधावा ने शिक्षा में मास्टर डिग्री हासिल की और सात साल तक दक्षिण कैरोलिना के स्कूलों में पढ़ाया. उनकी माँ ने साल 1976 में एक लोकप्रिय कपड़ों की बुटीक, एक्सोटिका इंटरनेशनल शुरू की. अपने शुरूआती दिनों में हेली इसी कम्पनी के लिए आकउंटिंग का कार्य किया करती थी.
हेली ओरेंजबर्ग प्रीपरेटरी स्कूल, इंक से स्नातक और क्लेमसन विश्वविद्यालय से एकाउंटिंग में स्नातक हैं. निकी ने माइकल हेली शादी की है , जो आर्मी नेशनल गार्ड में कैप्टन हैं. उन्होंने शादी की रस्म चर्च और गुरुद्वारा दोनों में आयोजित की थी. निकी ने शादी के बाद ईसाई धर्म अपना लिया है. उनके दो बच्चे हैं.