UN ने ठुकराया दो भारतीय नागरिकों को आतंकी घोषित करने का पाकिस्तान का प्रस्ताव

पाकिस्तान के उस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक कमेटी ने ख़ारिज कर दिया है जिसमें दो भारतीय नागरिकों को आतंकवादी घोषित करने के लिए कहा गया था. सुरक्षा परिषद की कमेटी जिसे ‘1267 कमेटी’ कहा जाता है किसी देश के नागरिकों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रतिबंधित सूची में रख सकती है. जिसके बाद यह कमेटी इन नागरिकों के बैंक खाते सीज करने और यात्रा प्रतिबंध लगाने जैसे कदम उठा सकती है.

पाकिस्तान ने सूची में शामिल करने के लिए अंगारा अप्पाजी, और गोविंद पटनायक का नाम दिया था जिसे परिषद के सदस्यों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और बेल्जियम ने ख़ारिज कर दिया. सदस्यों का कहना था कि पाकिस्तान की इस कोशिश को निरस्त कर दिया जाए क्योंकि अपने आरोपों से संबंधित सबूत पेश करने में वो असफल रहा है.

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आंध्र प्रदेश के रहने वाले अंगारा अप्पाजी काबुल, अफगानिस्तान के बैंक में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम कर रहे थे. पाकिस्तान ने अंगारा पर 13 फरवरी 2017 को लाहौर स्थित माल रोड के एक मॉल पर आतंकी हमले का आरोप लगाया है. इसके अलावा पाकिस्तान के अनुसार दिसंबर 2014 में पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए हमले में भी अंगारा की भूमिका थी.

दूसरे नागरिक गोविंदा पटनायक दुग्गीवलासा उड़ीसा से हैं. वे अफ़गानिस्तान में एक कंसलटिंग कंपनी के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे थे. पाकिस्तान ने उन पर जुलाई 2018 में हुए एक आतंकी हमले में शामिल होने का आरोप लगाया है. एक पाकिस्तानी नेता सिराज रायसानी पर हुए इस हमले में 160 लोग मारे गए थे.

एसा इस साल में दूसरी बार हुआ है जब पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव किया है लेकिन पिछली बार भी परिषद ने पाकिस्तान के प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया था. तब पाकिस्तान ने इसमें चीन की मदद ली थी.