अमेरिकी अख़बार का दावा – ट्रम्प ने अपने ही सैनिकों को कहा “हारे हुए”, कब्र पर जाने से किया इनकार
अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनावों के प्रचार के बीच सामने आयी एक रिपोर्ट राष्ट्रपति ट्रम्प के लिए सरदर्द बन गयी है जिसमें दावा किया गया है कि ट्रम्प ने अमेरिका के सैनिकों को “हारे हुए” और “बेवक़ूफ़” कहा था. दरसल एक समाचार पत्र दी एटलांटिक ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें दावा किया गया था कि नवंबर 2018 की अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए अमेरिकी मरीन सैनिकों के एक क़ब्रिस्तान को देखने से यह कहकर मना कर दिया कि वे सैनिक “लूजर्स (losers)”और “सकर्स (Suckers)” थे.
इस विवाद ने एक और नया मोड़ के लिया जब ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि क़ब्रिस्तान को न देखने की वजह “ख़राब मौसम” था. लेकिन एक अन्य अमेरिकी न्यूज़ चैनल फ़ॉक्स न्यूज़ ने ट्रम्प प्रशासन के एक पूर्व अधिकारी के हवाले से दावा किया कि “ख़राब मौसम” वजह नहीं था और ट्रम्प जानबूझ कर शहीद सौनिकों के क़ब्रिस्तान नहीं जाना चाहते थे.

वहीं ट्रम्प ने इस दावे को ग़लत बताया है और इस खबर को झूठा और “फ़ेक न्यूज़” कहा है. ट्रम्प का ग़ुस्सा फ़ॉक्स न्यूज़ पर भी बरसा और यहाँ तक कि उन्होंने कहा इस खबर की पड़ताल करने वाली फ़ॉक्स न्यूज़ की पत्रकार को नौकरी से निकाल देना चाहिए. उन्होंने इस खबर को सबसे पहले प्रकाशित करने वाले पत्र दी एटलांटिक को भी फ़ेक न्यूज़ और नफ़रत फैलाने वाला कहा है.
इस खबर के बाद अमेरिका में राजनीति गर्म हो गयी है. कई पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों ने ट्रम्प के इस बयान को लेकर रोष जताया है तो कई परिवार ट्रम्प के साथ भी खड़े हैं उनका कहना है कि इस रिपोर्ट की टाइमिंग और सच्चाई दोनों संदेहास्पद हैं. पिछले राष्ट्रपति चुनावों में ट्रम्प को सैन्य परिवारों ने बड़े पैमाने पर वोट दिया था.