ईरान ने की बहरीन इज़रायल समझौते की आलोचना, क्या है ईरान-बहरीन दुश्मनी का कारण ?
बहरीन और इज़रायल के बीच राजनयिक सम्बन्ध सामान्य करने को लेकर हुई घोषणा के बाद ईरान ने बहरीन की जमकर आलोचना की है. ईरान ने इसे फ़िलिस्तीनियों के साथ किया गया धोखा कहा है. ईरान के विदेशमंत्री ने कहा है कि इतिहास इस समझौते को “फिलिस्तीन के लोगों पर अत्याचार” के रूप में याद रखेगा. वहीं ईरान की सेना ने इस समझौते को मुस्लिम जगत के लिए एक ख़तरा बताया.
ईरान की 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद से, बहरीन के शासकों ने बहरीन में आतंकवादी गतिविधियों के लिए ईरान को दोषी ठहराया है.

बहरीन का इतिहास
क़तर और सऊदी अरब के बीच एक खाड़ी में स्थित बहरीन 33 द्वीपों का एक द्वीप समूह देश है जो अरब देशों में सबसे छोटा देश है. बहरीन शब्द का अर्थ होता है चारों ओर दो समुद्रों से घिरा हुआ द्वीप. बहरीन में ज्यादातर संख्या शिया मुसलमान की है लेकिन इस देश पर सुन्नी मुसलमानों का ही शासन है. पहले इस पर फ़ारस का क़ब्ज़ा था लेकिन साल 1783 में अल खलीफा परिवार ने फारस से इस क्षेत्र पर नियंत्रण ले लिया था.
1830 के दशक में, अल खलीफा परिवार ने ब्रिटेन के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद बहरीन ब्रिटिश संरक्षित बन गया. ब्रिटेन ने संघर्ष की स्थिति में बहरीन की सुरक्षा करने की गारंटी दी. ब्रिटेन से संधि समाप्त होने के बाद बहरीन ने 15 अगस्त, 1971 को खुद को स्वतंत्र घोषित कर दिया. इस समय बहरीन ने राजशाही समर्थित लोकतांत्रिक प्रणाली चुनी और साल 1973 में अपनी पहली संसद का चुनाव किया और एक संविधान का प्रारूप तैयार किया. लेकिन दो साल में ही संसद पर यह आरोप लगा कि वह ख़लीफ़ा परिवार की राजशाही को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रही है तो साल 1975 में संसद को भंग कर दिया गया. और यह तब से भंग ही है.
फ़िलहाल बहरीन की सरकार एक संवैधानिक राजशाही है और इसमें राज्य का प्रमुख देश का राजा है. बहरीन की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा तेल और पेट्रोलियम उत्पादन पर निर्भर करता है.
शिया बहुल बहरीन में सुन्नी ख़लीफ़ा परिवार का शासन होने से पिछले कुछ सालों में शिया सुन्नी विवाद भी देखने को मिला है. शियाओं ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कई बार हिंसा भी की है जिससे बहरीन में अस्थिरता फैली है. बहरीन इन घटनाओं के लिए शिया बहुल ईरान को ज़िम्मेदार मानता है.
बहरीन शिया बहुमत वाले केवल तीन देशों में से एक है दूसरे दो देश इराक़ और ईरान हैं.