तुर्की में मिलेंगे फ़िलस्तीनी गुट हमास और फ़तह, शांति की उम्मीद

फ़िलस्तीन के दो प्रतिद्वंदी धड़े हमास और फ़तह तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में मिल रहे हैं. उम्मीद है कि इस दौरान दोनों गुट फ़िलस्तीन में चल रहे सत्ता संघर्ष के समाधान को लेकर बातचीत करेंगे.

अतीत में दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों को एकजुट करने के कई प्रयास विफल रहे हैं. दोनों गुट वैचारिक रूप से बँटे हुए हैं और लगातार चल रही हिंसा ने इनके बीच अविश्वास की खाई को और गहरा किया है. फ़तह का कहना है कि हमास को हथियार छोड़ के बातचीत की टेबल पर आना चाहिए जबकि हमास हिंसक तरीक़ों को छोड़ने के लिए राज़ी नहीं है

फ़िलस्तीन इस समय ग़ाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक में बँटा हुआ है. दोनों ही इलाक़ों में इज़रायल का भी क़ब्ज़ा है. ग़ाज़ा पट्टी में जहां इज़रायल का क़ब्ज़ा नहीं है वहाँ आतंकवादी संगठन हमास का क़ब्ज़ा है. हमास एक हिंसक संगठन है जो इज़रायल पर आतंकवादी हमले करता रहता है. वहीं वेस्ट बैंक के ग़ैर इज़रायली क़ब्ज़े वाले भाग में फ़िलस्तीन प्राधिकरण का शासन है जिसकी बागडोर फ़तह नामक गुट के हाथ में है. फ़तह और हमास फ़िलस्तीन के प्रतिनिधित्व और वास्तविक शासन के लिए आपस में लड़ते रहे हैं.

पर हमेशा से ऐसा नहीं था. पहले फ़िलस्तीन ( ग़ाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक ) पर कई देशों से मान्यता प्राप्त फ़िलस्तीनी प्राधिकरण का शासन था. इस प्राधिकरण का नेतृत्व फ़तह के हाथ में था. लेकिन साल 2007 में गाजा पट्टी में हुए एक खूनी फिलिस्तीनी गृहयुद्ध के बाद हमास ने फतह को ग़ाज़ा से वेस्ट बैंक खदेड़ दिया. तब से, फिलिस्तीनी राष्ट्रीय आंदोलन दो शासनों में विभाजित हो गया है – फ़तह-वर्चस्व वाला फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण जो वेस्ट बैंक पर शासन करता है और गाजा पट्टी को नियंत्रित करने वाला हमास, जो एक आतंकवादी समूह के रूप में जाना जाता है.