दूसरा संघर्ष विराम भी विफल, अज़रबैजान ने नष्ट किए आर्मेनिया के युद्धक विमान

अज़रबैजान ने कहा हाँ कि उसने आर्मेनिया के एक और फाइटर जेट विमान को नष्ट कर दिया है. बता दें कि शनिवार को दोनों देशों के बीच एक बार फिर से संघर्ष विराम की घोषणा हुई थी. लेकिन इसके कुछ घंटो के बाद ही दोनों देश एक दूसरे पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाने लगे हैं. दोनों देश विवादित नार्गोन-काराबाख को लेकर युद्ध की स्थिति में हैं. इससे ठीक एक हफ़्ते पहले भी दोनों देशों के बीच रुस की मध्यस्थता के बाद संघर्ष विराम हुआ था जो कुछ घंटे भी नहीं चल सका था.

उधर नार्गोन-काराबाख के रक्षा विभाग के हवाले से कहा गया है कि इस युद्ध में अब तक उसके 673 सैनिक मारे जा चुके हैं. युद्ध के बाद दोनों देशों में स्थिति बेहद गम्भीर हो गयी है, नागरिक इलाक़ों में बमबारी के बाद अधिकांश इलाक़े बरबाद हो गए हैं. एक दूसरे की सेनाओं द्वारा दागे जाने वाले राकेट और बम अब आम लोगों को निशाना बना रहे हैं.

लगभग 1.5 लाख लोगों की आबादी वाले नार्गोन-काराबाख पर आर्मेनियाई जाति वाले लोगों का शासन है जिसे आर्मेनिया का समर्थन है. इनकी अपनी सरकार और सेना है.

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन क्षेत्र को अज़रबैजान का ही हिस्सा माना जाता है लेकिन यहाँ रहने वाली ज्यादातर आबादी आर्मीनियाई लोगों की है. ये लोग अज़रबैजान के साथ नहीं रहना चाहते हैं. इस इलाक़े को अज़रबैजान में मिलाने को लेकर अज़रबैजान ने इस पर चढ़ाई की है जबकि आर्मेनिया की सेना नार्गोन-काराबाख की ओर से लड़ रही है.

इस मुद्दे पर विश्व के देश भी बंटे हुए हैं. अमरीका और रूस जहां दोनों से शांति की अपील कर रहे हैं वहीं तुर्की ने कहा है कि वह तब तक अज़रबैजान की मदद करेगा जब तक नार्गोन-काराबाख पर अज़रबैजान का क़ब्ज़ा नहीं हो जाता. पाकिस्तान ने भी अज़रबैजान के समर्थन की बात कही है.