फ़्रांस में आतंकवादी हमला , तीन लोगों की मौत, चाकू से महिला का गला काटा

फ़्रांस के नीस शहर में हुए एक आतंकवादी हमले में हमलावर ने तीन लोगों की चाक़ू से हत्या कर दी है और कई अन्य को घायल कर दिया हैँ. खबरों के अनुसार शहर के एक चर्च में हमलावर ने ‘अल्लाहू अकबर’ चिल्लाते हुए एक महिला का गला काट दिया और दो अन्य लोगों की चाकू मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी. घटना शहर के सबसे बड़े नोट्रे जेम चर्च में हुई है. पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. हमले को अंजाम देने वाला हमलावर पुलिस द्वारा पकड़े जाने के दौरान घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर फ़्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों ने कहा है कि फ्रांस ‘फिर से आतंकी हमले का शिकार’ हुआ है. राष्ट्रपति ने कहा है कि इस घटना के बाद पूरे देश में सख्ती बरती जाएगी.

समाचार वेबसाईट अलजज़ीरा की खबर के अनुसार हमलावर ने इमारत में प्रवेश किया और एक चर्च के कर्मचारी का गला काट दिया, एक बुजुर्ग महिला को मार डाला, और एक अन्य महिला को बुरी तरह से घायल कर दिया.कर्मचारी और बुजुर्ग महिला की मौके पर ही मौत हो गई. दूसरी महिला चर्च के पास के एक कैफे तक पहुँचने में कामयाब रही, लेकिन बाद में अधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई. फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी ने कहा कि इस हमले का संदेह एक 21 वर्षीय ट्यूनीशियाई व्यक्ति पर है, जो कुछ हफ्ते पहले यूरोप पहुंचा था. इसी बीच फ़्रांस के एक अन्य शहर लिओन की पुलिस ने एक तीस वर्षीय अफगान व्यक्ति को चाक़ू के साथ गिरफतार किया है.

Source PixaBay

नीस को फ्रेंच और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के साथ लोकप्रिय हॉलिडे हब के रूप में जाना जाता है. नीस, फ्रांस का वह शहर है जहां पर जुलाई 2016 में एक आतंकी ने फ्रांस के नेशनल डे के मौके पर कुछ लोगों पर ट्रक चढ़ा दिया था. उस हमले में 80 लोगों की मौत हो गई थी. तब एक ट्यूनीशियन मूल के हमलावर ने तेज़ी से ट्रक चलाकर लोगों को कुचल डाला था. कुछ ही दिन पहले16 अक्टूबर को फ्रांस में सैमुअल पैटी नाम के एक शिक्षक की स्कूल के पास ही गला काटकर हत्या कर दी गई थी . यह हत्या चेचन मूल के एक व्यक्ति ने की थी. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने बताया कि वह पैंगबर मोहम्मद के कार्टून बनाए जाने को लेकर खफा था. इसके बाद से ही फ्रांस में ‘इस्लामिक अतिवाद’ के खिलाफ राष्ट्रपति मैक्रों सख्त नजर आ रहे हैं.

दरअसल फ़्रांस पहले से ही मुस्लिम देशों के निशाने पर रहा है. 2004 में फ्रांस पहला यूरोपीय देश बना जिसने हिजाब को बैन कर दिया था कुछ साल बाद उसने हिजाब पहनने और चेहरा ढकने के खिलाफ कानून बना दिया. पेरिस से प्रकाशित होने वाली व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो में भी पैगंबर का कार्टून छापा गया था जिसको लेकर पत्रिका के दफ्तर पर आतंकी हमला हुआ था और पत्रिका के काफी लोग मारे गए थे. हालाँकि पिछले दिनों पत्रिका ने यह कार्टून दोबारा प्रकाशित किये थे.इसको लेकर भी दुनियाभर के मुसलमान नाराज हुए थे.