पानी को लेकर भिड़े किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान, 31 लोगों की मौत
किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान के बीच संघर्ष में 31 लोगों की मौत हो गई है. पानी को लेकर हुए इस विवाद में सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं और लगभग 11 हज़ार लोग विस्थापित हो गए हैं. किर्गिस्तान सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों में मरने वालों में एक तेरह साल की बच्ची भी शामिल है. अभी तक सभी मृतक किर्गिस्तान के ही बताए गए हैं.
किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान के बीच बीते कई वर्षों से तनाव की वजह पानी के कुछ स्रोत हैं जिन पर दोनों ही देश अपना दावा करते हैं. दोनों देशों के बीच बहने वाली इस्फारा नदी पर चल रहे निर्माण कार्य मूलरूप से विवाद की वजह है. दोनों देशों के नागरिक नदी पर चल रहे निर्माण कार्य को लेकर आपस में भिड़ गए. यहां की फरगाना घाटी बहुत ही उपजाऊ है और तीन देशों (किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान) के बीच इसे लेकर विवाद है. सोवियत संघ के विघटन के दौरान ये तीनों देश अलग हो गए थे.

झड़पें पिछले बुधवार को उस वक्त शुरू हुईं जब दोनों तरफ से लोग एक दूसरे पर पत्थर फेंकने लगे. गुरुवार को दोनों पक्षों के बीच हो रही झड़पों ने हिंसक रुप ले लिया. दोनों देशों की सेनाओं के बीच फायरिंग भी हुई. मगर बाद में सीजफायर की घोषणा कर दी गई और दोनों देशों की सेनाएं अपने-अपने बेस पर लौट गए. इससे पहले वहां मौजूद पानी के एक स्रोत के आसपास सर्विलांस कैमरे लगाए गए थे.
1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद से जल, भूमि और चरागाहों को लेकर किर्गिज़-ताजिक सीमा का एक बड़ा हिस्सा विवाद का कारण रहा है. किर्गिज़ और ताजिक प्रतिनिधियों ने पिछले वर्षों में कई दौर की वार्ता की है लेकिन सीमा के साथ विवाद को समाप्त करने में विफल रहे हैं.