पूर्वी येरुशलम पर हमास की इज़रायल को धमकी, कहा क़ीमत चुकानी पड़ेगी
फ़िलस्तीन के लड़ाकू संगठन हमास ने इज़रायल को चेतावनी दी है कि पूर्वी येरुशलम में फ़िलस्तीनी लोगों पर की गई इज़रायली सैन्य कार्यवाही की उसे भारी क़ीमत चुकानी होगी. अपने एक बयान में हमास के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी मोहम्मद दैफ ने कहा है कि शेख़ जर्राह इलाक़े में हुई इज़रायली कार्यवाही का बदला लिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि दैफ इज़रायल की ‘मोस्ट वांटेड’ सूची में हैं.
इज़रायली बलों पर आरोप है कि उन्होंने शेख़ जर्राह इलाक़े के लोगों पर सोमवार और मंगलवार की रात हिंसक कार्यवाही की है. आरोप है कि इज़रायली बल यहाँ से फ़िलस्तीनी लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं.

कौन है हमास
फ़िलस्तीन इस समय ग़ाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक में बँटा हुआ है. दोनों ही इलाक़ों में इज़रायल का भी क़ब्ज़ा है. ग़ाज़ा पट्टी में जहां इज़रायल का क़ब्ज़ा नहीं है वहाँ आतंकवादी संगठन हमास का क़ब्ज़ा है. हमास एक हिंसक संगठन है जो इज़रायल पर आतंकवादी हमले करता रहता है. वहीं वेस्ट बैंक के ग़ैर इज़रायली क़ब्ज़े वाले भाग में फ़िलस्तीन प्राधिकरण का शासन है जिसकी बागडोर फ़तह नामक गुट के हाथ में है. फ़तह और हमास फ़िलस्तीन के प्रतिनिधित्व और वास्तविक शासन के लिए आपस में लड़ते रहे हैं.
पर हमेशा से ऐसा नहीं था. पहले फ़िलस्तीन ( ग़ाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक ) पर कई देशों से मान्यता प्राप्त फ़िलस्तीनी प्राधिकरण का शासन था. इस प्राधिकरण का नेतृत्व फ़तह के हाथ में था. लेकिन साल 2007 में गाजा पट्टी में हुए एक खूनी फिलिस्तीनी गृहयुद्ध के बाद हमास ने फतह को ग़ाज़ा से वेस्ट बैंक खदेड़ दिया. तब से, फिलिस्तीनी राष्ट्रीय आंदोलन दो शासनों में विभाजित हो गया है – फ़तह-वर्चस्व वाला फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण जो वेस्ट बैंक पर शासन करता है और गाजा पट्टी को नियंत्रित करने वाला हमास, जो एक आतंकवादी समूह के रूप में जाना जाता है.