तुर्की ने कहा – इज़रायल को कड़ा सबक़ सिखाने की ज़रूरत, रूस से माँगी मदद

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयब अर्दोआन ने रूस के राष्ट्रपति वलदीमीर पुतिन से कहा है कि इज़रायल को कड़ा सबक़ सिखाने की ज़रूरत है. इज़रायल और फ़िलस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष में तुर्की ने फ़िलस्तीन के पक्ष में कई देशों से बात की है. अर्दोआन ने ज़्यादातर फ़ोन इस्लामिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों को किया है. अर्दोआन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से भी इज़रायल के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने को लेकर बात की है.

बुधवार को जारी एक बयान में अर्दोआन ने कहा है कि विश्व समुदाय को इज़रायल को एक कड़ा सबक़ सिखाने की ज़रूरत है.

उल्लेखनीय है कि इज़रायल और फ़िलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के बीच भीषण संघर्ष जारी है. इज़रायली सेना ने हमास नियंत्रित ग़ज़ा के ऊपर ज़बरदस्त बमबारी की है. खबरों में कहा गया है कि इज़रायली सेना ने पुलिस मुख्यालय और अन्य सुरक्षा केन्द्रों को निशाना बनाया है. इससे पहले इज़रायल ने ग़ज़ा में दो बड़े टावर ध्वस्त कर दिए थे. फ़िलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार अब तक 53 फ़िलस्तीनी मारे गए हैं जिनमें 14 बच्चे शामिल हैं. 300 से अधिक फ़िलस्तीनी घायल हुए हैं.

इज़रायल और तुर्की के रिश्ते वैसे भी बहुत अच्छे नहीं हैं, हालाँकि तुर्की पहला एसा मुस्लिम देश था जिसने इज़रायल को 1949 में एक देश के रूप में मान्यता दी थी. लेकिन 2010 में 10 फ़िलस्तीनी समर्थक तुर्की नागरिकों को इज़रायली कमांडो द्वारा मार डालने के बाद तुर्की ने इज़रायल से अपने सम्बंध समाप्त कर दिए थे.