इज़रायल की बमबारी हुई भीषण , ग़ज़ा में तबाही, हमास को बेहद नुकसान
इज़रायल और हमास के बीच का संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है. इज़रायल ने ग़ज़ा की सीमा के पास टैंक भेजे हैं. वो पिछले कई दिनों से जारी संघर्ष के बाद अब ज़मीनी सैन्य अभियान पर विचार कर रहा है. अब तक गज़ा में 109 और इज़रायल में सात लोगों की जान जा चुकी है. इज़रायल की इस जवाबी कार्रवाई में हमास को तगड़ा झटका लगा है और उसके 11 कमांडर मारे गए हैं. इन हमलों में इजरायल हमास का गाजा सिटी कमांडर भी मारा गया है. हमास ने इसकी पुष्टि की है. माना जा रहा है कि 2014 में गाजा की जंग के बाद से बुधवार के हमले में मारा जाने वाला बसम ईसा (Bassem Issa) हमास का अब तक का सबसे बड़ा अधिकारी था. इज़रायल की सेना ने कहा कि उसने गज़ा मे कई हमले किये हैं जिनमें चरमपंथियों के घर, दफ़्तर और वो जगहें शामिल हैं जहाँ से वो खुफ़िया जानकारियाँ जुटाते थे.

इज़रायल के प्रधनमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक हमास को सबक सिखाया नहीं जाता, हमले जारी रहेंगे. नेतन्याहू ने कहा, “अपने नागरिकों की रक्षा कर रहे हैं और हमास पर लगातार हमले कर रहे हैं. इस अभियान को अभी थोड़ा वक्त और लगेगा.” इजरायली सेना का अनुमान है कि गाजा में हमास के पास इस समय 20 से 30 हजार रॉकेट मौजूद हैं और वे सभी रॉकेटों और उनके कमांडरों को तबाह कर देंगे. माना जाता है कि हमास के पास यह रॉकेट ईरान की मदद से आते हैं. इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्स ने साफ कर दिया है कि हमले बंद नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सेना के गाजा पट्टी और फिलिस्तीन में हमले बंद नहीं होंगे. हम अब तब तक रुकने को तैयार नहीं हैं, जब तक दुश्मन को पूरी तरह शांत नहीं कर देते. इसके बाद ही अमन बहाली पर कोई बात होगी.पिछले चार दिनों से चल रहे इस संघर्ष में हमास को बहुत नुकसान हुआ है.
खबरों के अनुसार लेबनान की सीमा से भी इज़रायल पर मिसाइलें दागी गई हैं. लेबनान के भीतर कई चरमपंथी गुट सक्रिय हैं जिनमें हिज़बुल्ला भी शामिल है जिसके साथ 2006 में इज़रायल की महीने भर लड़ाई हो चुकी है.
वहीं इस संघर्ष के बीच गाजा के लोगों में डर का माहौल है. यहां कई जगह मलबे देखने को मिल जाएंगे और लोगों की चीख सुनाई देगी. इज़रायल के हमले से बचने के लिए लोग भागे-भागे फिर रहे हैं. गाजा के तटीय इलाके में करीब 20 लाख लोग रहते हैं. यहां हमले से पहले कोई चेतावनी नहीं दी जा रही और न ही छिपने के लिए सुरक्षित घर हैं. पिछले वर्षों में हुए हमले में UN के अस्थायी ठिकाने को भी नहीं बख्शा गया. पिछले दो दिनों में हुए हमले में तीन बड़े टावर्स को जमींदोज कर दिया गया जिनमें हमास का महत्वपूर्ण कार्यालय था. वैसे यहां हमला करने से पहले इज़रायल की सेना ने वार्निंग शॉट दागे और लोगों को भागने की अनुमति दी.