इमरान खान की प्रधानमंत्री पद से छुट्टी, अविश्वास प्रस्ताव हारे
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सांसद में अविश्वास प्रस्ताव हार गए हैं. इसी के साथ उनकी सरकार गिर गयी है.पाकिस्तान की सांसद के 174 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान इमरान खान की पार्टी के सांसद सदन से बाहर चले गए.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को पहले से ही पता था कि संसद में उनके पास बहुमत नहीं है. इसलिए इमरान ने नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर के इस्तीफा देते ही प्रधानमंत्री कार्यालय छोड़ दिया और अपने आधिकारिक आवास से निकल गए.

इमरान की हार के बाद अब शाहबाज शरीफ का पीएम बनना तय माना जा रहा है. शाहबाज शरीफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद हैं और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के छोटे भाई हैं.
पाकिस्तानी संसद में कुल सांसदों की संख्या 342 है. फ्लोर टेस्ट को पास कराने के लिए 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी. पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान 174 सांसदों ने इसके समर्थन में वोट किया.
हालांकि इससे पहले जब विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव ले कर आया था तब इमरान खान ने संसद को भंग करने का ऐलान किया था. तब पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के निर्णय को पलट दिया था. कोर्ट ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के आदेश दिए.
लेकिन सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद 9 अप्रैल को संसद में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं हो पाई. नाटकीय घटनाक्रम में स्पीकर और डेप्युटी स्पीकर ने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद सत्ताधारी पीटीआई के सदस्य नेशनल असेंबली से वॉकआउट कर गए. आनन-फानन में विपक्षी सदस्यों ने पीएमएल नवाज के सदस्य अयाज सादिक को स्पीकर चुना और अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराई.