आपस में ही सत्ता के लिए लड़े सेना के दो अफ़सर, 185 लोगों की मौत

सूडान में प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच तीन दिनों की लड़ाई में कम से कम 185 लोग मारे गए हैं और अन्य 1,800 घायल हुए हैं.

सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि के अनुसार, यहाँ सेना के प्रतिद्वंद्वी जनरलों के नेतृत्व में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया है.

सेना के एक कमांडर जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान, और एक अर्धसैनिक समूह, रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान डागालो के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष चरम पर पहुँच गया है. इन दोनों ने मिलकर अक्टूबर 2021 में सूडान में सैन्य तख्तापलट किया था.

सूडानी सेना का दावा है कि अर्धसैनिक बलों ने राजधानी खार्तूम स्थित सैन्य छावनी पर हमला किया और कब्जा करने की कोशिश की है. जबकि सूडान के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) का कहना है कि पहले खार्तूम के दक्षिण में उसके एक शिविर पर हमला किया गया था. आरएसएफ ने यह भी दावा किया है कि उसने हवाई अड्डे और राष्ट्रपति भवन को अपने नियंत्रण में ले लिया है.

दोनों सैन्य कमांडरों के पास बड़ी संख्या में सैनिक लड़ाके हैं. इनके संघर्ष की वजह से बड़ी संख्या में आम लोग घरों के अंदर फँस गये हैं. सूडानी लोग दशकों के सैन्य शासन के बाद एक लोकतांत्रिक, नागरिक सरकार के अभियान को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन इस हिंसा ने सैन्य तानाशाही के दिनों की याद दिला दी है.