क्यों सैमसंग गूगल से ब्रेकअप कर सकता है ?

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल फ़ोन निर्माता कंपनी सैमसंग अपने एंड्रॉयड फ़ोन से गूगल सर्च इंजन को हटा सकती है. जब आप एक सैमसंग का एंड्रॉयड फ़ोन खरीदते हैं, तो अब तक आप को गूगल डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन के रूप में मिलता है.

लेकिन हो सकता है कि ऐसा तब न हो जब आप अपना अगला सैमसंग फोन खरीदें. एक रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग गूगल के प्रतिद्वंदी माइक्रोसॉफ़्ट के सर्च इंजन बिंग को भविष्य के सैमसंग गैलेक्सी फोन के लिए डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन के रूप में इस्तेमाल कर सकता है.

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार सैमसंग ने गूगल से कहा है कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) और चैट जीपीटी

जैसे फ़ीचर्स की वजह से बिंग सैमसंग की पहली पसंद बन सकता है. गूगल के साथ सैमसंग का अनुबंध सालाना लगभग 3 बिलियन डॉलर का है, और अगर सैमसंग यह अनुबंध माइक्रोसॉफ़्ट को देता है तो यह खबर गूगल के लिए परेशान करने वाली हो सकती है.

हालाँकि सर्च इंजन के बाज़ार में गूगल की 93% हिस्सेदारी है, जबकि बिंग की केवल 3% बाज़ार पर पकड़ है. ऐसे में सैमसंग गूगल छोड़ बिंग को इस्तेमाल करना चाहता है तो इसकी मुख्य वजह है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI).

माइक्रोसॉफ़्ट ने तेज़ी से जनरेटिव आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में काम किया है. माइक्रोसॉफ़्ट ने ओपन AI कंपनी के चैट जीपीटी फ़ीचर्स को अपने कई सारे उत्पादों में शामिल किया है. माइक्रोसॉफ़्ट ने ओपन AI कंपनी में दस बिलियन डॉलर का निवेश किया है. इसके चलते माइक्रोसॉफ़्ट के कई उत्पादों में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) के फ़ीचर्स देखने को मिल रहे हैं. इनमें प्रमुख है बिंग सर्च जिसमें आप एक चैट की तरह आम बोलचाल की भाषा में सवाल पूछ सकते हैं और और यह आपको जवाब देता है. यही नहीं, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) के चलते आप तस्वीरें भी खोज या बना सकते हैं. इन फ़ीचर्स के बाद पिछले महीने बिंग ने पहली बार 100 मिलियन यूज़र्स के आँकड़े को छुआ है जो उसका अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.

हालाँकि गूगल आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) में बहुत तेज़ी से काम कर रही है. इस साल की शुरुआत में गूगल ने अपनी खुद की चैटजीपीटी जैसी तकनीक बार्ड शुरू की है. लेकिन गूगल के इस चैटबॉट ने अपने पहले ही डेमो में गलत जवाब दिया और पिछले महीने रिलीज होने के बाद से इसे मिश्रित समीक्षा मिली है.