Category Archives: मध्य एशिया

रूस हुआ परमाणु हथियार संधि से बाहर, अमेरिका बोला बड़ी गलती

रूस ने कहा है कि वो अमेरिका के साथ अहम परमाणु हथियार समझौते को निलंबित कर रहा है. इस संधि का नाम “न्यू स्टार्ट” है और इसमें एक दूसरे के परमाणु हथियारों की अधिकतम सीमा तय करने और परमाणु संयंत्रों की जाँच करने जैसे महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल हैं. रूस के राष्ट्रपति वादिमीर पुतिन ने कहा है कि अगर अमेरिका ने

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ब्रिटेन के पीएम जॉनसन यूक्रेन के राष्ट्रपति से मिले, वित्तीय और सैनिक मदद का एलान

एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूक्रेन की राजधानी कीव जाकर राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाक़ात की है. कीव पहुँचकर जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन यूक्रेन को रूस के विरुद्ध युद्ध में सैनिक और वित्तीय सहायता देगा. बोरिस जॉनसन ने जेलेंस्की से कीव में मुलाकात के बाद कहा कि हम वित्तीय और सैन्य सहायता का

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ड्रोन हमले में बाल बाल बचे इराक़ के प्रधानमंत्री

इराक में विस्फोटकों से लदे एक ड्रोन ने रविवार की सुबह राजधानी बगदाद में प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी (Mustafa al-Kadhimi) के आवास को निशाना बनाया जिसमें कदीमी बाल बाल बचे हैं. इराकी सेना ने प्रधानमंत्री कदीमी पर हुए अटैक को साजिश के तहत हत्या की कोशिश करार दिया है. उन्होंने जानकारी दी कि ड्रोन हमले में कदीमी बच गए हैं और

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तालिबान घर घर जा कर कर रहा अपने खिलाफ काम करने वालों की खोज

अफ़ग़ानिस्तान में लोग तालिबान के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं. गुरुवार को अफ़ग़ानिस्तान की आज़ादी की 102वीं वर्षगांठ और तालिबान के विरोध में कम संख्या में अफ़गानों ने अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए सड़कों पर उतर आए. वहीँ तालिबान के लड़ाके काले, लाल और हरे रंग के राष्ट्रीय ध्वज की जगह अपने स्वयं के सफेद झंडे लगा रहे हैं.

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क्‍या है तालिबान और कैसे अफगानिस्‍तान की सत्‍ता में यह काबिज हो पाया

तालिबान ने अब सारे अफ़ग़ानिस्तान पर अपना कब्ज़ा कर लिया है. अभी भी पश्चिमी देशों में तालिबान को अफगानिस्‍तान और इस क्षेत्र के लिए बड़ा खतरा माना जाता है. जानिए क्‍या है तालिबान और कैसे अफगानिस्‍तान की सत्‍ता में यह काबिज हो पाया. कौन हैं तालिबान 1979 में सोवियत आर्मी ने अफ़ग़ानिस्तान पर हमला बोल दिया. यहाँ तत्कालीन शासक दाऊद

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अफ़ग़ानिस्तान से भागे पूर्व राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी पहली बार सामने आए

अफ़ग़ानिस्तान से भाग गए पूर्व राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी पहली बार सामने आए हैं. अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर दुनिया को संबोधित संबोधित करते हुए अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि अगर वो काबुल में रहते तो खून खराबा हो जाता. ग़नी इस समय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हैं. यूएई ने उन्हें मानवीय आधार पर शरण दी है. हालाँकि

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तालिबान की प्रेस कॉन्फ्रेंस – कहा सबको माफ़ किया, महिलाओं को अधिकार देंगे

तालिबान ने कहा है कि उन्होंने सभी सरकारी कर्मचारियों, दुभाषियों और पूर्ववर्ती सरकार के लिए काम करने वाले लोगों को माफ़ कर दिया है. तालिबान ने कहा है कि वे किसी से भी ‘बदला’ नहीं लेंगे. तालिबान ने ये भी दावा किया कि उनके शासन में महिलाओं को काम करने और यहाँ तक कि सरकार में शामिल होने का अवसर

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तालिबान का हुआ अफगानिस्तान, कहा किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे

अफगानिस्तान में तालिबान का नियंत्रण स्थापित हो गया है और इसी के साथ तालिबान ने आधिकारिक रूप से युद्ध समाप्ति की घोषणा कर दी है. तालिबान के नियंत्रण के बाद काबुल में अफरा तफरी मची हुई है. तालिबान लड़ाकों ने सोमवार को काबुल की सड़कों पर गश्त की है. काबुल में अफगानिस्तान छोड़ने वालों की भारी तादाद एयरपोर्ट पर इकठ्ठा

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कौन बनेगा ईरान का अगला राष्ट्रपति, कल होने हैं चुनाव

ईरान में राष्ट्रपति चुनाव सम्पन्न होने वाला है और इस बार यह चुनाव दिलचस्प होने वाला है. अनुमान है कि अति रूढ़ीवादी मौलवी इब्राहिम रईसी इस चुनाव में आसानी से जीत हासिस कर सकते हैं. हालांकि प्रत्याशी तय करने वाली ईरान की सर्वोच्च संस्था गार्जियन काउंसिल का कहना है कि प्रत्याशियों के बीच ये राजनीतिक लड़ाई इतनी आसान नहीं होने

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पारसी धर्म का इतिहास

पारसी धर्म दुनिया के प्राचीन धर्मों में से एक है. एक समय ऐसा भी था जब यह ईरान का राष्ट्रीय धर्म था. इस धर्म की स्थापना जरथुस्त्र ने की थी. इस धर्म को जोरोएस्ट्रिनिइजम के नाम से जाना जाता है. चूँकि इसका उदय ईरान में हुआ था जिसे तब फ़ारस कहा जाता था, इसलिए इसे पारसी धर्म भी कहा जाता

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