तालिबान घर घर जा कर कर रहा अपने खिलाफ काम करने वालों की खोज

अफ़ग़ानिस्तान में लोग तालिबान के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं. गुरुवार को अफ़ग़ानिस्तान की आज़ादी की 102वीं वर्षगांठ और तालिबान के विरोध में कम संख्या में अफ़गानों ने अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए सड़कों पर उतर आए. वहीँ तालिबान के लड़ाके काले, लाल और हरे रंग के राष्ट्रीय ध्वज की जगह अपने स्वयं के सफेद झंडे लगा रहे हैं. अल जज़ीरा ने अपनी खबर में बताया है कि असदाबाद में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तालिबान द्वारा की गई गोलीबारी में भगदड़ मचने के बाद कम से कम दो लोग मारे गए हैं. जलालाबाद में, तालिबान लड़ाकों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान अफगान झंडा लहरा रहे लोगों पर गोलियां चलाईं, जिसमें एक व्यक्ति और एक किशोर घायल हो गए.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में सैनिकों को तब तक रखेंगे जब तक कि हर अमेरिकी को बाहर नहीं निकाल लिया जाता, भले ही इसका मतलब 31 अगस्त की समय सीमा से आगे जाना हो. अमेरिकी विदेश विभाग ने काबुल में अमेरिकी नागरिकों के लिए एक नया अलर्ट जारी किया है जिसमें अमेरिकियों और उनके परिवारों को “जितनी जल्दी हो सके” शहर के हवाई अड्डे की यात्रा करने के लिए कहा गया है.

उधर बीबीसी की एक खबर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र को खुफिया जानकारी मुहैया कराने वाले समूह के प्रमुख का कहना है कि तालिबान उनकी वांछित सूची में शामिल लोगों की घर-घर जाकर तलाशी अभियान चला रहा है. बीबीसी ने अपने सूत्र के हवाले से कहा है – “उनके पास व्यक्तियों की सूची है और यहां तक ​​​​कि काबुल में जाने के पहले घंटों के भीतर ही उन्होंने पूर्व सरकारी कर्मचारियों की तलाश शुरू कर दी – विशेष रूप से खुफिया सेवाओं और विशेष बलों की इकाइयों में काम करने वालों की”. तालिबान के एक अधिकारी ने रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया कि काबुल हवाई अड्डे के आसपास अराजकता और हिंसा के लिए मिलिशिया को “दोषी नहीं ठहराया जा सकता”.

संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों के प्रमुखों ने एक संयुक्त बयान में अफगानिस्तान के लिए और अधिक मानवीय सहायता की अपील की है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने देशों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया है कि पूरे अफगानिस्तान में स्वास्थ्य सेवाएं बनी रहें. इसने देश भर में कोविड -19 के बढ़ते मामलों की चेतावनी दी है.